आज दिनांक ०५ दिसंबर २०१९ को समाप्त हुई मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान भारत की जीडीपी बढ़ने की दर 6.1 फीसदी से घटकर 5 फीसदी होने का अनुमान रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने लगाया है l पूर्व में हुई बैठक के दौरान रिजर्व बैंक ने नीतिगत समीक्षा में यह अनुमान जाहिर किया था कि वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी बढ़त 6.1 फीसदी रहेगी l गौरतलब है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6 साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी तक पहुंच गई थी l साथ ही साथ विश्व की कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया था l अब रिजर्व बैंक ने कहा है कि जोखिम पर संतुलन बनने के बावजूद जीडीपी ग्रोथ अनुमान से कम रह सकती है l वित्त वर्ष 2018-19 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी थी l चालू वित्त वर्ष (2019-20) की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ का आंकड़ा 4.5 फीसदी पहुंच गया है. यह करीब 6 साल में किसी एक तिमाही की सबसे बड़ी गिरावट है l रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की मंगलवार से बैठक चल रही थी l गुरुवार को खत्म बैठक के बाद रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, रिजर्व बैंक ने कहा कि आर्थिक गतिविधियां और कमजोर पड़ी हैं और उत्पादन की खाई नकारात्मक बनी हुई है l
डॉ. अजेय प्रताप सिंह
सम्पादक एवं आर्थिक मामलों के जानकार
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