सुधा मूर्ति की परिचय की मोहताज़ नहीं हैं l वह आईटी सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एन नायरण मूर्ति की पत्नी हैं l वह इस कंपनी की चेयरपर्सन भी हैं और उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है इंफोसिस को इस मुकाम पर पहुंचाने में l सुधा मूर्ति का नाम इस वक्त हर किसी की ज़ुबान पर है क्योंकि आज दिनभर उनका नाम और उनकी एक फोटो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रही l दरअसल, सुधा की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है l इस तस्वीर के साथ ही लिखा जा रहा है कि वह एक दिन सब्जी की दुकान पर सब्जी बेचती हैं, जिससे वह इतनी अमीर होने के कारण आए अपने अहंकार को खत्म कर सकें l सुधा के बारे में अक्सर कहा जाता है कि अरबों की मालकिन होने के बावजूद वह बेहद साधारण तरीके से अपनी ज़िंदगी बिताती हैं l सुधा की इस तस्वीर को लोग काफी पसंद कर रहे हैं l सुधा को लिखने का भी काफी शौक है l वह अब तक 92 किताबें लिख चुकी हैं l
यहाँ आपको बता दें कि जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है वो चार साल पुरानी है। गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर पता चला कि ये फोटो 2016 की है।हालांकि, फोटो पुरानी है लेकिन सुधा मूर्ति हर साल परोपकारी कार्य के तहत अपने जयनगर, बेंगलुरु के पास स्थित राघवेंद्र स्वामी मंदिर में आयोजित होने वाले राघवेंद्र अराधनाउत्सव में तीन दिनों के लिए कार सेवा करती है। सुधा सुबह चार बजे उठकर एक सहयोगी के साथ मंदिर के भोजनालय में जाती हैं। इसके बाद वो भोजनालय और बगल में स्थित कमरों को साफ करती हैं। इतना ही नहीं भोजनालय के बर्तनों को साफ करती हैं, फिर शेल्फ की सफाई, सब्जियों का स्टॉक लेती हैं, सब्जियां कटवाती हैं।वे अपने सहयोगी की मदद से सब्जियों और चावल की बड़ी बोरियों को मंदिर के स्टोर रूम में पहुंचाने में मदद करती हैं। वॉयरल फोटो की सच्चाई यह है कि सुधा मूर्ति सब्जियां नहीं बेच रही बल्कि मठ में तीन दिनों के लिए स्टोर में आने वाली सब्जियों के स्टॉक को चेक कर रही हैं और इसके लिए वो जमीन पर सब्जियों के बीच में जाकर के बैठ जाती हैं।
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