जब ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण कर लिया, तब उनके शरीर से मनु और शतरूपा पैदा हुए। बाद में इन दोनों के मिलन से पांच बच्चों का जन्म हुआ। इनमें तीन बेटियां थीं और दो बेटे थे। बेटियों के नाम थे आकूति, देवहुति और प्रसूति। बेटों के नाम उत्तानपाद और प्रियव्रत। ये पांच बच्चे दुनिया की पहली संतानें थीं। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि पहले पांच बच्चों में तीन बेटियां थीं। इसका मतलब यही है कि प्रकृति और परमात्मा बेटियां अधिक देते हैं। बेटियों को भी उतना भी मान-सम्मान करना चाहिए, जितना बेटों का किया जाता है। भगवान ने भी कभी बेटों और बेटियों में भेद नहीं किया है, ये भेद इंसानों ने बनाया है। कुछ लोग गर्भ में पल रही संतान का लिंग मालूम कर लेते हैं और अगर गर्भ में लड़की होती है तो उस भ्रूण की हत्या करवा देते हैं। ये बहुत गलत है। जो लोग भ्रूण हत्या करते हैं, वे परमशक्ति के आदेश के विरुद्ध काम करते हैं। अत: जब हमारे घर में बेटी पैदा हो तो हमें उतना ही प्रसन्न होना चाहिए, जितना बेटे के जन्म से प्रसन्न होते हैं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured Post
अबकी बार, एक बार फिर से ट्रंप सरकार', अमेरिकी FOX न्यूज ने रिपब्लिकंस की जीत का किया ऐलान
अमेरिका में एक बार फिर ट्रम्प की सरकार बनने जा रही l अमेरिकी FOX न्यूज ने रिपब्लिकंस की जीत का ऐलान कर दिया है l
-
PNB के खाता धारक कल शाम से Google pay और phone pay सुविधा का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। खाता धारक ना ही अपने PNB के अकाउंट का बैलेन्स check ...
-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानि 30 दिसम्बर 2023 को अयोध्या में रहेंगे। मोदी यहां 8 किमी लंबा रोड शो करेंगे, साथ ही साथ वो यहाँ पर अयोध्...
-
ग्वालियर में महंगा होता पेट्रोल अब झगड़े का कारण बनने लगा है। एक लीटर पेट्रोल की कीमत लगभग 105 रुपए है। ऐसे में पेट्रोल की एक-एक बूंद पर झगड़े...
No comments:
Post a Comment