मध्य प्रदेश का एक हिल स्टेशन जिसे पचमढ़ी (pachmarhi tourism) और सतपुड़ा की रानी के नाम से भी जाना जाता है होशंगाबाद जिले में स्थित है पचमढ़ी सागर तल से 1067 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। पचमढ़ी का तापमान जहाँ सर्दियों में 4.5 डिग्री सेल्सियस होता है वही गर्मियों में अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस होता है। पचमढ़ी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि आप किसी भी मौसम में यहाँ जा सकते हैं।अपने खुबसुरत स्थलों और सतपुड़ा श्रेणियों के बीच होने के कारण पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है।पचमढ़ी में घने जंगल, बड़े बड़े जलप्रपात हैं। जिसके कारण यहाँ का दृश्य देखते ही बनता है साथ ही पचमढ़ी में स्थित गुफाओ का पुरातात्विक महत्व हैं क्योंकि इन गुफाओं में प्राचीन शैलचित्र मिले हैं। इतने घने जंगलो और जलप्रपातो से भरपूर प्राकृतिक संपदाओ को पचमढ़ी राष्ट्रीय उद्यान के रूप में संजो कर रखने की कोशिस की गई है। यहां पर अनेक जंगली जानवर देखने को मिल जाते है जिनमे गौर, तेंदुआ, भालू, भैंसा प्रमुख रूप से हैं।पचमढ़ी तक पहुचने के लिए हवाई , रेल और बस मार्ग का उपयोग किया जा सकता है|यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा भोपाल में स्थित है।पिपरिया रेलवे स्टेशन से यह कुछ ही दुरी पर स्थित है।पचमढ़ी भोपाल, इंदौर ,होशंगाबाद, छिंदवाड़ा तथा पिपरिया से सीधा बस सेवा से जुड़ा हुआ है।सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जटाशंकर, पांडव गुफा, प्रियदर्शिनी प्वाइंट, राजेंद्र गिरि, अप्सरा विहार, रजत प्रपात, हांडी खोह, गुप्तमहादेव, बीवाटरफाल् देखने लोग बहुत दुर से आते हैं।
( मृतुन्जय कुमार की कलम से )
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