दुनिया भर में कोरोना फ़ैलाने के जिम्मेदार माने जा रहे चीन पर इस समय कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। चीन की सबसे प्रमुख इन्डस्ट्रीअल सिटी शंघाई में कोरोना ने चारों तरफ कोहराम मचा दिया है, शुक्रवार को शंघाई में कोरोना के रिकॉर्ड 23,513 नए मामले दर्ज किए गए इनमें 19,923 मरीज़ असिम्पटोमैटिक थे और सबसे बड़ी बात यह कि इतने अधिक केस तब आ रहे हैं जबकि शंघाई में पिछले एक महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है। कोरोना की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए दूसरे शहरों ने भी एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। शिआन शहर के अधिकारियों ने लोगों से बेवजह घर बाहर नहीं निकलने और गैरजरूरी यात्राओं से बचने की अपील की है। इस महीने कोरोना ब्लास्ट होने के बाद कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है।दूसरी तरफ सेंट्रल चीन के मैन्युफैक्चरिंग एरिया झेंगझोऊ एयरपोर्ट इकोनॉमिक जोन में शुक्रवार को 14 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया।चीन की सरकार लॉकडाउन के जरिए कोरोना को बेहतर तरीके से काबू करना चाहती है।जीरो कोविड पॉलिसी के तहत चीन में कड़े कोरोना प्रोटोकाल लागू किए गए हैं। यहां मरीज को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होता है। चीन में होम आइसोलेशन या क्वारैंटाइन की मनाही है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक शंघाई से 70 किलोमीटर दूर वायरस का नया वैरिएंट मिला है। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के BA.1.1 वैरिएंट से विकसित हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नया वैरिएंट चीन में फैले कोरोनो वायरस से मेल नहीं खाता।
शंघाई में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी प्रभावित -
शंघाई में लाखों लोग भोजन की कमी, अपने पड़ोसियों को पृथकवास तक पहुंचाने में देरी और रोजमर्रा की परेशानियों से जूझ रहे हैं, इस महामारी से शंघाई में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी प्रभावित है. शंघाई चीन के उन शहरों में से एक हैं जहां बुजुर्गों की आबादी सबसे ज्यादा है. अनिश्चितकालीन लॉकडाउन के दौरान इस समूह पर ज्यादा प्रभाव इसलिए भी आया है, क्योंकि अधिकतर लोग उम्र संबंधी पुरानी बीमारियों से भी ग्रसित हैं. इसके साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को अपने हैनान प्रांत के दौरे में कहा, ‘‘यह देखते हुए कि वैश्विक कोविड-19 महामारी की स्थिति अभी भी गंभीर है, हमें अपनी प्रतिक्रिया में कभी भी ढील नहीं देनी चाहिए, क्योंकि जीत दृढ़ता से आती है.’’
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