Sunday, October 2, 2022

चाह गई चिंता मिटी, मनुआ बेपरवाह। जिनको कछु न चाहिए, वे साहन के साह: दिग्गी राजा पूर्व मुख़्यमंत्री, मध्य प्रदेश


ऊपर लिखा रहीम का यह दोहा का कांग्रेस नेता  दिग्विजय सिंह ने कल ट्वीट किया जिसका अर्थ होता है 
 जब किसी बात की चाहत खत्म हो जाए तो मन बेपरवाह हो जाता है। जिसे कुछ नहीं चाहिए होता वही राजाओं के राजा होते हैं।

दिग्गी राजा का यह ट्वीट उनके दुःख को बयां करता है जो कोंग्रेसियों ने उन्हें क्योंकि गहलोत एपिसोड के बाद कांग्रेस प्रेसिडेंट की पोस्ट के वह सबसे बड़े दावेदार बनकर उभरे थे । जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि  शुक्रवार को जैसे ही  राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष (इस पद से इस्तीफा दे चुके हैं) मल्लिकार्जुन खड़गे ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने सहमति दी, तो दिग्विजय सिंह इस रेस से हट गए थे। इतना ही नहीं, वे खड़गे के प्रस्तावक भी बने हैं। बता दें कि शुक्रवार को सबसे ज़्यादा चर्चा इस बात पर हो रही थी कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के मुकाबले से आखिरकार दिग्विजय सिंह पीछे क्यों हट गए? उन्होंने नामांकन का पर्चा लिया था लेकिन उसे जमा नहीं किया। अगले ही दिन यानी शनिवार को उन्होंने अपनी भावनाएं रहीम के एक दोहे के बहाने बयां की।

No comments:

Post a Comment

Featured Post

50 साल की रेखा गुप्ता बन सकती हैं दिल्ली की नई सीएम

50 साल की रेखा गुप्ता बन सकती हैं दिल्ली की नई सीएम । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता का नाम त...